Friday 8 May 2020

चोर को खाँसी और संत को दासी मुसीबत में डाल देती है

चोर को खाँसी और संत को दासी मुसीबत में डाल देती है । प्यार देने से बेटा बिगड़े भेद देने से नारी लोभ देने से नोकर बिगड़े धोखा देने से यारी गुण मिले तो गुरु बनाओ , चित्त मिले तो चेला , मन मिले तो मित्र बनाओं , वर्ना रहो * अकेला । 

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